छत्तीसगढ़ के गौठानों को नाबार्ड जल्द ही मॉडल गौठान के रूप में विकसित करने वाला है। इसकी रूपरेखा को लेकर नाबार्ड ने अपनी तैयार शुरू कर दी है। प्रदेश दौरे पर आए केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने ये जानकारी दी।
नवा रायपुर के सर्किट हाउस में गिरिराज सिंह ने विभाग की समीक्षा बैठक ली। यहां उन्होंने कहा कि, नाबार्ड के बनाए इन मॉडल गौठानों में मुर्गी पालन, बकरी पालन, सूअर पालन के साथ ही उन्नत नस्ल के गौवंशीय पशु पाले जाएंगे।

कड़कनाथ जैसी हाइब्रिड नस्ल होगी तैयार
केन्द्रीय मंत्री सिंह ने कहा कि, नाबार्ड की ओर से राज्य में मॉडल गौठान बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। यहां कड़कनाथ जैसी देशी मुर्गियों की प्रजाति के हाइब्रिड नस्ल भी तैयार करने की बात कही है। राज्य के 4 जिलों में एक-एक गौठानों को मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए नाबार्ड से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को 25 लाख रूपए की राशि दी जाएगी।
